गुरू महान काहा???. –Raviraj S. Pawar

image

गुरू महान काहा???.
➖➖➖➖➖➖➖➖➖

गुरूर्ब्रह्म गुरूर्विष्णु:, गुरूर्देवो महेश्व़र:|
गुरू साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्री गुरूवे नम: ||

गुरू अज्ञानेन नाश करन ज्ञानेर प्रकाश करछ .
गुरू सृष्टि बदल सकेनी, काहा कतो ऐरमायी उ भी असमर्थ छ,
पण गुरू दृष्टि जरूर बदलछ, शिष्यन गुरूर कृपा ती दु:ख भी सुखेर नायी मीटो लागेन लागजाव छ.
जना तो काँटा भन्जगोतो  रोयेवाळो नानकीया छोरा गुरूर कृपा ती काटार डेरा पर आंग चालतो हुयो कामयाब वेजावच.

कायी भा कतो गुरू तीज  मनकियान ज्ञानेर प्रकाश वछ.
गुरू सृष्टि कोनी दृष्टि बदलछ, जो गुरूर भक़्ति करछ,  पन दु:ख संभााळे वाळज हिंमत्त करन आंग कामयाब  वछ.
गुरू धप्पे-धप्पेम शिष्यर रक्षा करछ,

सौजन्य:

गोर. रविराज सुभाष पवार
भारत बंजारा भक़्ति सेवामाला समिति (सेवालाल भक्त़),तथा
चिफ एडिटर: बंजारा आँनलाईन न्युज पोर्टल,
Website: www.banjaraone.com
मो.08976305533