!! सिर्फ गोर भाई !!
दोस्तों और भाईयों
आज भी हम में से बहुत नौजवानों को यह भी पता नहीं है। कि हमें हमारे समाज के लिए क्या करना चाहिए।और कई नौजवानों को ऐसा लगता है कि यह सब करने से क्या होगा।और यह सब करते रहे तो जिंदगी इसी तरह से गुजर जाएगी।यही ना?
दोस्तों हमने कभी यह सोचा है।कि भारत देश कई वर्षों तक गुलामी में था।यह हम सभी को पता है।और जैसे हम सोच रहे हैं।वैसे ही अगर स्वतंत्र सेनानियों ने सोचा होता तो क्या होता।इस बारे में कभी सोचा है।यदी उन्होंने हमारे जैसे ही सोचते तो हम आज क्या करते?
जो उन्होंने किया आपने देश केलिए किया।हमारे लिए किया।दोस्तों मुझे एक ही बात कहनी है।बस हमे हमारे समाज केलिए कुछ करना होगा।तो ही हम हमारे आनेवाली युवापीढ़ीयों के दिलों में रहेंगे।और मुझे पुरी उम्मीद है।की जीस दिन हर आदमी समाज के बारे में सोचना शुरू कर देगा।उस दिन से हर समाज के अच्छे दिनों की सूरूवात हो गई समज लो।यही सत्य वचन है।दोस्तों हमें हमारे बंजारा समाज का भविष्य उज्ज्वल करना होगा।इसलिए हमें निस्वार्थ भावना से एक साथ मिलकर काम करना होगा।और सुरूवात अपने आप से करनी होगी।आप समाज केलिए।कार्य करना सूरू कर दे। तो आपने आप समाज निस्वार्थ भाव से आपके पिच्छे खडा़ होगा।
इसीलिए मुझे यही कहना है। कि “जुडो समाज से और जोडों समाज को”
धन्यवाद
जय सेवालाल
गोर गजानन डी राठोड
स्वंयसेवक
गोर बंजारा संघर्ष समिती (भारत)
9619401377