धर्मगुरु संत श्री सेवालाल बापू व्रत प्रारंभ

###जय सेवालाल###

।।जबान मिटो।।
।।गोरूम दिटो।।
आवोरे गोर भाई।।
।।गुडीम भाया भेटो।।

सभी गोर बंजारा भाईयों को निवेदन है।”भारत बंजारा भक्ति सेवामाळा समिति कर्नाटक की ओर से
कल 25/01/2015 से संत श्री सेवालाल महाराज इनके 21 दिन  का सेवामाळा प्रारंभ होगा।
हर वर्ष आन्ध्रा,कर्नाटक,महाराष्ट्र मे हजारो माला व्रत उपवास रखते आ रहे हैं।इसी प्रकार से सभी भाईयों से विनंती करते हैं।की आप भी इस सेवालाल बापू के सेवामाला में भाग लेकर आपने समाज की एकता को मजबूत बनाने की कोशिश करें।
“व्रत करने के नियम”
1) व्रत करने के समय में कोई भी खराब चित ना रहें।
2) व्रत करने के समय में शुध्द शाकाहारी एवं नशा मुक्त होना चाहिए और बिना चप्पल(जुते) के रहना चाहिए।
3) व्रत के दिनों ब्रम्हचारी के भांति रहना चाहिए।
4) सुबह और शाम को थंडे पानी से स्नान करना चाहिए।और देव पुजा करके शाम को एक हि समय भोजन करना चाहिए।
5) व्रत करने के समय में जिनके विवाह होगए है। वह लाल पगडी, व सफेद लुंगीं पहने और कुवारों को सफेद पगडी, व सफेद लुंगीं पहननी चाहिए।
6) व्रत के 21 दिन के समय में सभी भाईयों और बहनों को सेवालाल बापू और सामकी याडी करके पुकारे।