!!धर्मेर भानगड़!! कवी:सुरेश राठोड़

!!धर्मेर भानगड़!!

धर्मेर लारं मत, लागो गोरमाटी!
जगजेष्ठ छरे बापू ,पेनारी धाटी!!१!!

धर्मेम रछं खुप काळो जाळो !
ओर पेक्षा धाटीन, आछो वजाळो!!२!!

गोरुरी चिंता, बापू सेवान वाटी!
करताणी धर्मेती, रकाड़ो ऊ छेटी!!३!!

नायकड़ा बी धर्मेरी, वात कोनी किदो!
धाटीरो महत्व, ध्याने मायी लिदो!!४!!

पेनातीजं हाम छा, निसर्गपुजकं!
धर्मेती माज जाय, खुप अराजकं!!५!!

जपो साटी नाटी, पेनारी धाटी !
अभिजात छरे बापू ,गोर गोरमाटी!!६!!

गराशारो वघम, कवी सुरेशेन घड़ो!
धर्मेर भानगड़ीम, कोई मत पड़ो!!७!!

!!धर्मेर भानगड़!! कवी:सुरेश राठोड़

कवी
सरेश मंगुजी राठोड़
काटोल-नागपूर
७३५०७३९५६५
प्रमुख प्रतिनिधी: रविराज एस. पवार 8976305533