पुरे भारतवर्स मे जीतनी जातीयाँ है उनमेसे बंजारा सबसे बडी तादात मे है.और उसकी तादात 7 करोड है.ईसका मतलब 120 करोड भारत की जनसंख्या मे हिंदू ,मुस्लिम के बादेमे गोरधर्म की जनसंख्या है.लेकीन गौर होनेके बावजूद भी गौर ईसपे गौर नही करते.बौद्ध ,ईसाई,सीख,जैन,धर्मो की अहमीयत या महत्त्व गौरधर्म से जादा है.क्या वजह है गौर बडा धर्म नही बन सका.मेरे हिसाबसे ऐकही वजह हो सकाता है और ओ है दुसरोकी गुलामी. अगर सतगुरू सेवालाल नही होते,तो गौरबंजारा की हालात बागरी समाज से ही खराब होती,सेवालालने समाज को स्वाभीमान दिया, धर्म दिया और जीनेके लीये पाच तत्व दिया उसे ही हम पाच पारा कहते है. — राधेशाम आडे