ऑल इंडिया बंजारा सेवा संघ के राष्ट्रीय सचिव बाबूलाल बिंजरावत ने कहा कि बंजारा समाज अपने ही लोगों की अज्ञानता के कारण से पिछड़ा हुआ है। अगर समाज थोड़ा भी जागृत हो जाए तो वे बेहतर रूप से राजनीति व समाज में अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हाल में जातिगत जनगणना चल रही है जिसमें बंजारा समाज के लोगों को चाहिए कि वे जनगणना के दौरान जाति के कॉलम में बंजारा शब्द ही लिखवाएं। उन्होंने बताया कि भाट, बागौरा, गवारिया, लदनिया, पछमिया, गोडवाड़ आदि अनेक जातियां बंजारा समाज की ही उपजातियां है जिन्हें जनगणना के दौरान अपनी जाति बंजारा ही लिखवानी चाहिए। उन्होंने बताया कि देश में बंजारों की संख्या बहुत अधिक है परंतु उन्हें संख्या के लिहाज से वाजिब हक नहीं मिल पा रहा है। इस जनगणना के माध्यम से बंजारों का वास्तविक आंकड़ा भारत सरकार के समक्ष आएगा तो समाज को उनके अधिकारों का बेहतर लाभ मिल पाएगा एवं राजनीति में भी भागीदारी
बढ़ेगी। यह ही कारण है कि आज तक राजस्थान में बंजारा समाज का एक भी विधायक नहीं बन पाया है और ना ही किसी पार्टी ने इस समाज के व्यक्ति को अपना
प्रत्याशी बनाया है। इस मौके पर बंजारा सेवा संघ के प्रदेश प्रवक्ता सूरजपाल बड़त्या, दीपक सिंह, कैलाश बंजारा आदि भी मौजूद थे OMARAM BANJARA CHOTILA PALI RAJASTHAN 9461554742