बाबा लखीशाह बनजारा जी रायसिना दिल्ली के रहने वाले थे।

बाबा लखीशाह बनजारा जी रायसिना दिल्ली के रहने वाले थे। उनका जन्म 15 अगस्त 1580,संमत सावन वदी अष्टमी 1637 को पिता गोधू ठाकर व माता कंतो के धर हूया था। बाबा जी के दस लड़के व एक लड़की थी। बाबा जी बहुत बड़े व्यापारी थे। उनका व्यापार बदेशो के साथ भी चलता था। बाबा जी जहाँ भी व्यापार करन के उदेशय से जाते थे वहाँ ही सैंकड़ों एकड़ ज़मीन ख़रीदकर आपने विशराम के लीए सरांए, तलाव व ख़ूहों का निर्माण करवाते थे, ऐसा एक स्थान पंजाब मे गाँव सरांए बनजारा है। अनंदपुर साहिब शहर की तमाम ज़मीन बाबा लखीशाह बनजारा एवंम मक्खन शाह लोबाना जी ने ख़रीद कर गुरू तेग़ बहादुर जी को भेंट की थी। जब गुरू गोबिंद सिंह साहिब जी ने गुरुद्वारा माल टेकरी नंदेड साहिब के पास सिखों को तनख़्वाह दी थी उस समय बाबा लखीशाह बनजारा जी के पोतरे ने सौ खच्चर मोहरे दी थी।11-11-1675 को औरंगजेब बादशाह ने श्री गुरू तेग़ बहादुर साहिब को शहीद करवा दीया था और बाबा लखीशाह बनजारा जी ने आपने बड़े बेटे नगाहीया को साथ ले कर गुरू जी की देह को चाँदनी चौंक से उठा कर, आपने घर ले जा कर, घर को आग लगा कर गुरू जी के धड़ का अंतिम संस्कार कीया था। बाबा जी 10 जून 1680 को अकाल चलाणा कर गए सन उन के तीन बेटे गुरू गोबिन्द सिंह जी के साथ मुग़लों से लड़ते लड़ते शहीद हुए थे।

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प्रतीनीधी…रविराज एस. पवार