राजनीतिक पार्टियां और हम

नमस्कार दोस्तों
जय भारत जय बंजारा

दोस्तों आपने देखा है कि जो व्यक्ति किस पार्टी से जुड़ा है वह उसी की जुबान बोलता है मेने पिछले लेख में बताया था कि राष्ट्रीय पार्टी 07 हैं देश में 1995 में 54 पार्टियां थी 2014 में 475 //2019 में 2293

वर्तमान में बढ़ती राजनीतिक पार्टियां हैं मेरा कहने का तात्पर्य है कि पार्टियों से जुड़े लोगों को क्या मानसिकता है कि केवल उन्हें अपने अपने पार्टी कार्य ही भातें हैं अन्य किसी के नहीं /क्या व्यक्ति इनसे ऊपर उठ कर केवल राष्ट्र के प्रति अपनी भक्ति को उजागर नहीं कर सकता/ देश में राष्ट्रीय बड़ी पार्टी केवल दो ही हैं जो देश के चलाती आ रही है कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा
अब सोचना है कि राष्ट्रीय दृष्टि से दोनों पार्टियां अपने अपने कार्यकाल में क्या कार्य करती आ रही हैं सभी के विचारों को एक धारा से जुड़ा नहीं जा सकता इसलिए पक्ष विपक्ष का सामना होता रहता है ,वर्तमान में हो रहे लोकसभा चुनाव में सभी पार्टियां या गठबंधन आदि सभी अपने अपने को सही ठहरा कर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है
दोस्तों ,मैं किसी पार्टी का विरोधी नहीं हूं लेकिन देश का नागरिक होने के नाते यह अवश्य कहना चाहता हूं कि मेरे लोकसभा क्षेत्र में सही नेता का चुनाव हो चाहे वह किसी पार्टी से जुड़ा हो //वर्तमान भारत की साख अंतरराष्ट्रीय समुदाय में तेजी से बढ़ी है एक तरफ गठबंधन तो दूसरी तरफ बहुमत वाली सरकार याद रहे गठबंधन की सरकार यदि बनती है तो देश हित में फैसला कठिन होगा दूसरी तरफ यदि पूर्ण बहुमत सरकार आती है तो फैसला लेना आसान होगा इसलिए आपका फैसला देश का भविष्य तय करेगा आपको किस ओर जाना है यह फैसला आपका है विषय गंभीर है क्योंकि आपका फैसला देश की सुरक्षा, विकास आर्थिक ,सामाजिक राजनीतिक आदि पर इसका प्रभाव पड़ेगा? इसलिए वोट अवश्य दें जागरूक बने और बनाएं *जय हिंद जय भारत जय बंजारा*

आपका शुभचिंतक *बंजारा आरके राठौर*

* *संपादक– बंजारा प्रगति दिल्ली विद इंडिया* न्यायिक नायक –राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र

*अध्यक्ष– आल इंडिया बंजारा सेवा संघ दिल्ली प्रदेश*