“भाटा (दगड) भावना शुन्य छ”
भाटा (दगड़)भावना शून्य छ…. ✍ सुखी चव्हाण ,बदलापुर आज समाजेर स्थिति अतिशय द्रावक़ छ.बालबच्यार शिक्षण,महिला ,वयोवृद्ध नगरीकेर एनुर आरोग्य चिंतनीय छ भरपूर आन्ध श्रद्धा छ .निर्मूलन हेनु आवस्यक छ.समाज व्यसनाधिन छ ओर उच्याटन करेर गरज छ .ओर गाम्भीर्य बुद्धिजीवी लेताना दिखारे कोनी . यर उलट काहि समाजेम टेढ निर्माण करे वाले समाज कंटक समाजद्रोहि इतर…