!!बेटी बचावो!! बंजारा बोली कविता, कवी: सुरेश मं.राठोड़
!!बेटी बचावो!! बंजारा बोली कविता, कवी: सुरेश मं.राठोड़ काटोल नागपूर कोई केरी छेनी जगेमं..? सासरो देरे पगं-पगेमं…..!!धृ!! बेटी जन्म पाप केराव ..! बेटा सारु नवस कराव.!! कोई बेटीन वेचन खाव..!!! वाली छेनी जगेमं……..!!१!! सासरो देरे पग-पगेमं… बेटा-बेटी एकसमानं..! तो बी बेटीरो कर अपमान!! मारं गर्भेमं फासी लगान..!!! पाप…