“आवगो देखो जिओ गोरमाटी कवीता” कवी: रविराज एस. पवार
आवगो देखो जिओ जरा हूशारेती रीयो। वेळ चालरोच भारी कठिन स्वतार पगेपर तम करार मारलियो।। आवगो व्हाट्सएप्प, फेसबुक देखो ऊठे सुटे लोग भारी बक। भिया आब तरी सदर जाओ आवगो देखो जिओ पहिला तम जोभी कीदे तमार चूक हम पदर लीदे। भिया आब तरी सदर जाओ आवगो देखो जिओ।। मेहनत कीदे हम मजूरी कीदे तम…