**वदाई दागेर कडी** Raviraj S.Pawar

🙏जय सेवालाल🙏 **वदाई दागेर कडी** कोळी आव कोळी जाव कोळी मायी जोग समाव धोळो घोडो हांसलो पातळीया अवसार मुंगे अवडा मोगरा तल्ली आवडा बाण गुरू बाबा सदाजाण.         धन्यावाद👏 गोर. रविराज एस.पवार शामपुरहळ्ळी तांडा, वाडी, कर्नाटक. जि.बी.एस.एस. भारत (स्वयंसेवक) भा.बं.भ.से.स.( कलर्बगी विभाग खजांची) 08976305533

Read More

भारत की सबसे सभ्य और प्राचीन संस्कृती

भारत की सबसे सभ्य और प्राचीन संस्कृती सिंधु संस्कृती को माना गया है। इसी संस्कृती से जुड़ी हुई गोर- बंजारा संस्कृती है और इस गोर बंजारा समाज का  वास्तव पुरी दुनियाभर में है और उन्हें अलग अलग प्रांत में अलग अलग नाम से जाना जाता है। जैसे महाराष्ट्र में बंजारा, कर्नाटक में लमाणी, आंध्र में…

Read More

दवाळीर गीत Goar. Prakash Rathod

    जय सेवालाल से गोर भाई / भेणेन विनंतीच कि  ई बंजार सांस्कृतिक  लोकगीत जास्ती जास्त ग्रुपेमाई पोस्ट करो.      गीत == 6 दवाळी गीत    दवाळीर दियो बाळणो वरस दाडरी कोट दवाळी बापू तोन मेरा, आटेरी आटेरी कोट दवाळी याडी तोन मेरा! वरस दाडरी कोट दवाळी भिया तोन मेरा, आटेरी आटेरी कोट दवाळी भेनोई…

Read More

आवोरे डाव-साण आपण रमा होळी, goar. prakash Rathod

🙏जय सेवालाल🙏   बंजार  लोकगीत जास्ती जास्त ग्रुपेमाई पोस्ट करो.      गीत == 5 होळी रमणो आवोरे डाव-साण आपण रमा होळी, आईरे होळी  ढम्मक ढोळी रंगेर  होळी, नान-मोट डाव-साण धासण आवो आपण रमा होळी, जीवंत रीया फेर खेला होळी, आवरो भियाओ आपण खेला होळी! ====================== बारे रे मीनाम आयी रे होळी, काकी दादी रींस मत…

Read More

ढावलेर गीत. Goar.Prakash Rathod

जय सेवालाल     बंजार  लोकगीत गीत == 3  बापून मलणो जना छोरिर घर छोडन जवाच तो बापूर गलो पकडन रोवछ  वोन ढावलो कच. बापू वोर अहियाँ आज जे तारी बेटि न, केर लार मेलू कर न, रवाना कर रोची बापू अहियाँ ! बापूवोरे मन कानईकोनी साँसो पणेन आज जे साँस देण वराणे घरेन मेलु करन…

Read More

ढावलेर गीत. Goar.Prakash Rathod

जय सेवालाल     बंजार  लोकगीत गीत == 3  बापून मलणो जना छोरिर घर छोडन जवाच तो बापूर गलो पकडन रोवछ  वोन ढावलो कच. बापू वोर अहियाँ आज जे तारी बेटि न, केर लार मेलू कर न, रवाना कर रोची बापू अहियाँ ! बापूवोरे मन कानईकोनी साँसो पणेन आज जे साँस देण वराणे घरेन मेलु करन…

Read More

“जग जिंकण्यासाठी हवा दुर्दम्य आत्मविश्वास!

“जग जिंकण्यासाठी हवा दुर्दम्य आत्मविश्वास! मित्र हो कितीही तनाव अयुष्यात येतात अन् जातात पण त्या तनावाला सामोरे जाण्याची जिद्द आपल्या अंगी हवी.जर आपल्या अगी ते तनाव पचविण्याची तयारी असेल तर तुम्हाला कोनी ही रोखु शकनार नाही.सतत पुढे जाण्याची तयारी ठेवा.चांगले चांगले विचार आपल्या मनात असुद्या.मग बघा तुमची तयारी तुम्हाला चांगले येश देऊन जाईल.सधी सोडु नका…

Read More

कसळातेर कडी. गोर. प्रकाश राठोड़

गोर भियावो आजेती म दाडी एक गोर बंजारा लोक गीत पोस्ट करेवालोचू तो मार ई विनती च की बंजारा  गीत जास्ती जास्त गोर  भाइन / भेने  कलानु . व दुसरे ग्रूपे माइ पोस्ट करनु जय  सेवालाल     बंजार  लोकगीत गीत == 1( राम राम) सामळोर  भाईन – सगे , पंच -पंच्यात राजा भोजेर सभा पचारे…

Read More

23-8-2015 को पूरे भारत की और सभी गरुपों की मीटिंग सरबसंमती से दिल्ली मे बुलाई गई है।

23-8-2015 को पूरे भारत की और सभी गरुपों की मीटिंग सरबसंमती से दिल्ली मे बुलाई गई है। मुझे असैविधानक ढंग से AIBSS की कार्यकारिणी से निष्कासित करने के विरुद्ध सरबसंमती से मता पारित कीया और मि. शंकर नायक को यह असैविधानक कार्रवाई का स्पष्टीकरण देने के लीए इस मे बुलाया जा रहा है। ऐसी कार्यवाही…

Read More

बंजारा जनजाती का इतिहास

बनजारा भारत देश की एक प्राचीन जमात है। जिसकी सांस्कृतिक जडे सिंधु घाटी सभ्यतासे जुडी हुआ है। देश के लगभग सतरह प्रांतो में यह जमात स्थिर-अस्थीर रूपमें निवास करती है। बनजारा, लंबाडा, गोर, सुगाली, लमाणी, गोआर-बाजीगर, नट, ग्वार गोर, गंवारिया, कांगसी, सरकी बनजारा अदि सतरह नामों से देश में यह पहचानी जाती है। जिसकी जनसंख्या…

Read More