Laambadi-Lambadi

“स्वच्च॔दी लांबडी-Romantic LamNader अन गोर छोरी”

“लांबडी, केसुला, बरु, कासी ये रान फुलेर स्वच्छंदी जगणो इ गोरूर प्रेरक ऊर्जा शक्ती छ. लांबडीरो इ गुपीत गोर छोरीऊर गोर छोरीऊर गीदे माईती अभिव्यक्त वचं. मोटीयारमाल गोर छोरीऊनं लांबडी दखागी रे दखागी तो गोर छोरी लांबडीती हितगूज करेन लग जावचं.गोर छोरीऊरो इ कलात्मक बोलणो इ सहज बोलणो रचं.ये सहज बोलणे माइरो सौंदर्य इ रानगंध…

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Banjara Diwali Mera - Mangali

​!!●●दवाळी●●!!- Dawali (गोरमाटी कवीता, कवी: सुरेश मंगुजी राठोड़)

!!●●दवाळी●●!! (Dawali) दवाळीर दिवा लागरेते घर-घर मार याड़ी देखरीती घड़ी-घड़ी वर-पर….!!१!! परभातीजं बापं चलगोतो हाटेनं आंधारेम याड़ी टकरीती वाटेनं……!!२!! आब आय पच आय याड़ी वाट जोवरीती मनेम कड़ापो ओन गरीबी भोवरीती….!!३!! कटाळन याड़ी केयेलागी मनं जोनी भिकीया घरं आजो विचारनं…….!!४!! भिकीयारं बी हालत मारजं नाई वेत्ती ओरे बी घरेरं बत्ती गुल वेत्ती…….!!५!! दवाळीरे दन याड़ी…

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वाते मुंगा मोलारी My Swan song  कासवाडी; कासी- रोमॅन्टिक रान फुल

“कासवाडी एक उन्माद छ.उन्मादी जगणेरो इ एक प्रतिक छ.ये मस्तानी कासीरो चांदणी रातेर मंद मादक प्रकाशे माइरो लेरा लेती रमणो ई एक नृत्य छ.ये हुंसी कासीरो चांदणी रातेरो मस्तानी जगणो इ रोमान्स हुबो करदचं…! लांबडी, बरु, केसुला, कासवाडी ये गोरुनं आनंदमय जगणेर तत्वज्ञान सिखायेवाळे ये ये रोमॅन्टिक रान गंधेरो ऊपेक्षित जगणो इ जसो गोर लोकसाहित्येरो…

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“कासवाडी; कासी- रोमॅन्टिक रान फुल”

वाते मुंगा मोलारी My Swan song कासवाडी; कासी- रोमॅन्टिक रान फुल “कासवाडी एक उन्माद छ.उन्मादी जगणेरो इ एक प्रतिक छ.ये मस्तानी कासीरो चांदणी रातेर मंद मादक प्रकाशे माइरो लेरा लेती रमणो ई एक नृत्य छ.ये हुंसी कासीरो चांदणी रातेरो मस्तानी जगणो इ रोमान्स हुबो करदचं…! लांबडी, बरु, केसुला, कासवाडी ये गोरुनं आनंदमय जगणेर तत्वज्ञान सिखायेवाळे…

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सायीत्य अन गोरबोली भाषिक गोर गण, – भीमणीपुत्र मोहन नायेक

*वाते मुंगा मोलारी* My Swan Song *सायीत्य अन गोरबोली भाषिक गोर गण*..! “लोक सायीत्येर समृद्ध परंपरा जोपासेवाळो गोरमाटी इ जन्मजात सायीत्यिक छ.गोरमाटी संस्कृती इ जगेर पूटेपरेर एकमेव वाड;मयीन संस्कृती छ.लेखन कला अन मुद्रण कला अस्तित्वेम आयेर आंगड्या सायीत्य ये शब्देसारु ‘वाड;मय’ इ शब्द रूढ र. कलात्मक बोलणो कतो वाड;मय हानू जर वाड;मय ये शब्देर परिभाषा…

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“​चांदण रातेर हुंसी कासी”:- भिमणीपुत्र 

“चांदण रातेर हुंसी कासी”   ये हुंसी कासीर खुसी ओ चांदानज मालम..! कासीनं हानू प्रसन्न देखेर विये तो  ओनं चांदण रातेम देखणू कचं हानू डायसाणी केती आरी छ.चांदारो अन गोर कासीरो कायी नातो छ को भा…? इ गुपीत ओर सोबतणे मोटीयारमाल गोर छोरीऊनज मालम  !    पेना इ कासी चांदार मारोणी छ कचं.खरो खोटो इ…

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​”गोर बंजारा समाज विचार मंच ठाणे,मुंबई. द्वारा आयोजित गोर बंजारा युवा एवं युवती मार्गदर्शन शिबीर” २०१७ 

गोर बंजारा युवा मार्गदर्शन शिबीर” २०१७ “जय सेवालाल..जय गोर..जय वसंत” हमारे प्यारे गोर बंजारा युवा और युवतीयों      गोर बंजारा समाज के सभी युवा वर्ग तथा छात्रों एवं छात्राओं को सुचित किया जाता है। कि हमारे गोरमाटी (गोर बंजारा) समाज मे बहूत से छात्र तथा छात्रायें विभिन्न  क्षेत्रों मे कार्य कर रहे हैं। और…

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“छच्यापरेर गल्ला ग॔मतेर रमतीमं सदा गोर धाटीर एक न्यारे अस्तित्वेर ओळख”:- गोर साहित्यिक भिमणीपुत्र 

​वाते मुंगा मोलारी                My Swan song छच्यापरेर गल्ला ग॔मतेर रमतीमं सदा गोर धाटीर एक न्यारे अस्तित्वेर ओळख एक बोधप्रद गोर छच्यापरेर रमती पाको आंबा चुचन खायेर बाद एक छोरा आपणे हाते माईर आंबार गटली दुसरे छोरानं, वतान ओन पुचचं क,.. आंबार गटली चोर कुण..? हानू पुचेर बाद, रमती…

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6th NATIONAL BANJARA PROFESSOR’S ASSOCIATION Conference – Indore

I am writing to you personally to congratulate and thank all of you for a successful* * *6th NATIONAL BANJARA PROFESSOR’S ASSOCIATION Conference and Two day International Seminar on CULTURE AND FOLK TRADITIONAL OF ROMA-BANJARA* This event has been extremely successful in developing our students to become leaders of tomorrow. The success of this huge…

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गोरमाटी कविता,”मंगाळेर माकी: – युवा पीढ़ीरो कवि लखनकुमार जाधव.

***  मंगाळेर माकी  *** देको मंगाळेर माकी कतरी छ वोंदूम येकी आपणेम काहा यी बेकी छोड दा आबं फेकाफेकी … गरज छ ये वेळेर मनक्या मनक्याती जोडो हातेम हात लेताणी  पगेती पग आंग बडो … नजर पडी जना मार मंगाळेप बेटी माकीपं पेलीवणा देकन तो वीसवास कोनी वीदो आकीपं … बगीचा मायीर फूलेपरती पराग रस…

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