बंजारो की संघटन के लिए देशभर घुमनेवाले मधुकर पवार- K.G. Banjara

Madhukar Pawar

पुरे हिंदुस्थानमें बंजारोंकी नीव रखनेवाला काम स्व. बळीराम पाटील, स्व. दगडूसिंग नाईक, स्व. फुलसिंग नाईक, स्व. बाबुसिंगजी राठोड और रामसिंगजी भानावत इन्होंने बंजारा समाजकी ज्योत आंधीकी तरह जलाकर किया । उसीमे का एक हीरा एस ज्योत को आगे बढाने का प्रयास बडे जजबात के साथ स्व. वसंतराव नाईक ने किया था । तांडोमे, खेतीमे, खलीयानोंमे, पहाडोमे नई रोशनी डालने का काम इन महापुरुषोने किया । इसी पंक्तीको आगे बढाते हुए एक झुझारु, जागरुक और कर्मठ नेताओंकी तुलनामे मधुकर पवार एक जजबात रखनेवाला जाबाँज शिपाई है ।K.G. Banjara

वह एक समाजका विद्वान व्यक्ती प्रोफेसर ही नही बल्की समाजशात्री, मानववंशशात्री और कानून को समझने और जाननेवाला तथा समाजकी सामाजिक, आर्थिक परिस्थितीओको जाननेवाला, समाजको राजकीय आरक्षण दिलानेका प्रयास करनेवाला एक जागरुक नेता है । अपनी जोशिली जबानसे, तेजस्वी वाणीसे मुर्दोको भी खडा वकर देता है । मधुकर पवार न केवल महाराष्ट्रमें बल्की पूरे भारतमे विशेषतः दक्षिण और उत्तर भारत मे अपनी किर्ती और अपने कामकी नीव रखनेवाला तथा, सभीसे पहचान बनानेवाला एक असामान्य व्यक्ती है । समाजके हर पिछडे लोगोकी सेवा, महिलाओंकी सेवा और आरक्षण के प्रश्नोके बारेमे जाननेवाला मधुकर पवार, बंजारा समाजमे ही नही अन्य सारे समाजमे भी एक सामजिक कार्यकर्ताओंके लिए प्रेरणादायी एवंम् पथदर्शक एक शक्ती है । आर्थिक, सामाजिक और अन्य परिस्थितीयोंके बारेमे और पूरी सामाजिक परिस्थितीयोंके बारेमे अपने जजबातसे पूरे समाजका चित्र इन्होने अपनी जीवनमे खडा किया है ।

के.जी. बंजारा
राष्ट्रीय महासचिव,
अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ, गांधी नगर, गुजरात