दोस्तों भाईयों और बहनों
“जय सेवालाल * जय गोर बंजारा”
बंजारा समाज का इतिहास सदियों पुराना है।
फिर भी हमें आज भी हमारे हक्क के लिए क्यों मोर्चे अंदोलन करने पढते हैं। क्या हमारा समाज इस देश का हिस्सा नही है? या हम एकजुट होकर व्यापार या मेहनत करना भुल गए है? भाईयों हम सभी को पता है। की कोई भी चीज़ हाशील करने के लिए। बल (ताकत) या फिर एकजुटता का इस्तेमाल करना पड़ता है। और हमारी ताकत है। समाज की “एकता” जिस दिन हमारे समाज में एकता होगी। उस दिन से हमारे समाज के अच्छे दिनों सूरूवात होगी। और भाईयों हमारी सोच जब तक राजनीतिक और स्वार्थ युक्त होगी। तब तक समाज की “एकता” संभव नहीं है। इसलिए हमें “निस्वार्थ” भावना से समाज के लिए कार्य करना होगा। समाज को एक करना होगा। तब यह सब कुछ ठीक हो सकता है।
गोर बंजारा संघर्ष समिती (भारत) यह समिती आज पुरे देश के हर राज्यों में नौजवान समजदार लोगोंको जोडऩे व दिशा बताने का आपना कार्य निस्वार्थ रूप से कर रही है। अगर समाज की एकता के लिए आप भी प्रयास कर रहे हैं। तो आईये आप भी निस्वार्थ भावना से इस समिति का हिस्सा बनकर संयोजक श्री.रविराज राठोड जी के मार्गदर्शन में समाज को जोड़ने का काम करें। यह समिति राजनीत मुक्त समिती है।
इस समिति का लक्ष्य एक ही है। गोर बंजारा समाज को जोडकर समाज को न्याय दिलाना। समाज की एकता व विकास केलिए काम करना है।
धन्यवाद
प्रचारक -: गजानन डी राठोड
स्वंयसेवक
गोर बंजारा संघर्ष समिती (भारत)