सत्यजीवन
गोरविचारमंथन
संत सेवालाल एक विचारवंत गोर समाजेरो गुरू हेतो,वोन आपण देव र स्थान मानाचा, सेवाभाया हनु कच ये समाजेम जे भोंदु बाबा छ, उनुन
भजो पुजो मत हनु केमलेच.
म तो देवेन मानुचु कारण देव घणो पवित्र अन निर्गुण निरांकार पवित्र शक्ती छ, जत सत्य वत
उ छ, वत वोरो वास छ, ई मारो अनुभव छ, ईश्वरीय शक्ति ये धरती पर मनक्या बनायो अन कृपा किदो तो, मनुष्य नाळी नाळी धर्म निर्माण करनाके अन मनक्या मनकयाती दुर हेगो अन एकमेकेती वैरभाव करन , पृथ्वी पर अशांतता निर्माण हेगी, हम
से एकच ईश्वरेर पुत्र छा, आपण
से भाईबंद छा, आपण से गोरमाटी एकज आतडे लोईर छा,कोई पिसा कमालिदे अन
वोम मोहमाया घंमड अहंकारेम
डुबगो, अंतीम वेळ आयी ठालो
चलो गो, ईश्वर घणो पवित्र छ
वोर मुकाबला करेर शक्ती केरी माई छेनी, परमेश्वर ई सारी सृष्टि रचमेलोच उ पवित्र शक्ती सृष्टि बणायेर पहिला भी हेती, अबे भी छ, अन ई दुनिया नष्ट हेर बाद भी रेवाळ छ,।
उ परमेश्वर जर न रेतो तो,
सेवाभाया हनु का केतो,तम सारीर सारी थाळी नंगारार
घोरेम रो अन प्रभु न हरदे करते रो,सेवाभाया अन आदिशक्ति देवी अंतिम न्याय मांगेवास
ईश्वर रे कन,का जाते? ई भी वाते मत भुलो।
अन भजो पुजो मत कतो जत देव छेनी जे जाग जान, भजे पुजेम तमार वेळ मत घालो , परमेश्वर तमेन टांगहात, बुध्दी
देमेलोच वोर उपयोग करो आचो सत्कर्म कर्तव्य करो, भोंदुबाबा लार भजे पुजेम वेळ मत घालो।
आज मनुष्य परमेश्वर बुध्दी दिनो, काही लोक ईश्वरीय ज्ञान
देतो देतो स्वतः न ईश्वर समजे लगो अन दुकान मांडनाके अन जो खरो ईश्वर छ, वोती लोक दुर चले गे अन सैतान आन हात
पकडन चलायेलागो, अन बरे दारू बोटी (सळोई )मांगे लगो
खाले पिलेन डरकारी मारतो, लडाई झगडो करतो ये जीवनेमाईती दिशाहिन हेगो।
अंधारेम सारी जिंदगी भटको
पण वोन देव मळो कोनी, ये जीवनरो रहस्य कळो कोनी,
देव सेती प्रेम करेन अवसर दिनो,पण खरो प्रेम किदो कोनी
होटेपर प्रेम अन पेटेम काळो रकाडो, करन खरो देव ईश्वर मळो कोनी?
म मार समाजेर गुरु सेवाभान नमन करुचु , ईश्वर न प्रार्थना करुचु कि मार सारी गोरभाईन एक करन सारी समाजेम शांती समाधान अन एकमेकेपर प्रेम रेदेस करन ईश्वर चरणेम प्रार्थना करूचु।
किसु