अच्छे लोगों की इज्जत
कभी कम नहीं होती।
सोने के सौ टुकड़े करो,
फिर भी कीमत
कम नहीं होती।
भूल होना “प्रकति ” है,
मान लेना “संस्कृति” है,
सुधार लेना “प्रगति” है,
ये रास्ते ले ही जाएंगे….
मंजिल तक, तू हौसला रख,
कभी सुना है कि अंधेरे ने
सुबह ना होने दी हो..!!!
दिलसे काम करने वाले कभी पिच्छे नही रहते,
दिमाग से काम करने वाले कभी आगे नही चलते..!!!
सोचों अपने बंजारा समाज को जोडने के लिऐ दिल से काम करो,
आप हमेशा आगे बढोगें..!!!
जय सेवालाल जय गोर.
कैलास डी. राठोड
समाज सेवक गोर बंजारा संघर्ष समिती भारत..