संघटना वेगी बादभरी – भास्कर राठोड़ (भासू)
✊✊✊✊✊✊✊✊✊ *संघटना* ✊✊✊✊✊✊✊✊✊ *(बादभरी)* संघटना वेगी बकळ, जसो कूंढो, सोटार, वूखळ..! बानो छूटो, वाणी भूलागी, पडो कडापो, धाटी छूटगी..!!१!! *गोरूर परमाण छ पेना* *छ बादभरी संघटना…!* भगत बणगे, बणगे भोपा, जाग-जाग लगारे काळो..! पेट भरेरो साधन मळगो, भोळे गोरून कोनी कळो..!!२!! *गोरूनं मानपान मळीय कना* *छ बादभरी संघटना…!* नाम याडीरो बापेर पतो छेयी, देकादेक सीके…