“डावरा”  कवि: डॉ. दिलीप जाधव

डावरा दादा कच दादीन..  सुकागी मुंग वडदन सोयाबीन  सुकायलाग वावरा सांबळी काई फलाळी करा आपळ डावरा !!ह१!!   वडदेन खागे वांदर अण  तुरी खागे ढोर पळाटीन बुंडा छेनी रोगो जको सावरा सांबळी काई फलाळी करा आपळ डावरा !!२!!  दादी कच दादान…  घरेम छेनी ज्यार दाळा  खायेर मोटो वांदो तु माई मांडदिनो डावरार फांदो हाट छेनी…

Read More

“चोर” ऐक कवीता, कवि: निरंजन मुड.

आपन समाजेर काहीक गणगोत, समाजे वास, स्वतार संसारेमायीती, वेळेम वेळ काढकाणी समाजेर हितेवास, काही न काही लकते आरेच. तो काहीक ढेड साणे लोक, लकेवाळेर मनोबाल कम कररेच, लकेवाळेर नाम हटाताणी, स्वतारो नाम लकनाकरेच, जेर कारण यी कविता लकेम आयेच जरूर सामळो. कवितार नाम छ,  “चोर.” चोरी पयले बी वेतीती, चोरी आबयी वेरीछं…. फरक आतराज की,…

Read More

“खेतेवाळो भीयाकर “जागली”:-युवा पीढ़ीरो कवि लखनकुमार जाधव 

*****  जागली  *****            ****** घाम गाळन,मेनत करन कास्तकार करचं जागली पीक जतन करं वावरेमाई कमी न वेणू पाली आदली (1) आडाणी कास्तकार जना जागली करं पीकेरी सीकेपडे जरा वचार करा फेडा कू आपण वदारी (2) वदारी कतो याडी बापेर न तो धरती समाजेर सीकन सायेब वेगे जेर काम छ आंग…

Read More

“प्रभू निराकार” ;-युवा पीढ़ीरो कवि लखनकुमार जाधव 

## प्रभू निराकार ## करू विनंती पोसेवाळो भगवान  सारी लोकूप रेयदेस तारो ध्यान  चूक भूल वेगी तो पकडूचू कान भोळो म बालक छू अज्ञान  … तू सारी दुनीयान बणायो तू चांदा सूरज बी घडायो रेदं हामेप तारो एहसान  भोळो म बालक छू अज्ञान  (1) तूज से तारान चमकायो ढगेती तू पाणी पाणी पाडलायो फूलेरो सुंगध…

Read More

गोरमाटी भीया: कविता युवा पीढ़ीरो कवि लखनकुमार जाधव,

*** भीया गोरमाटी *** येकजूट वेयेर गरज छ आब करा जतन से धाटी आलग आलग वीकरागे जे येक वेजावा से गोरमाटी  (1) चमकनताणी कू काडोचो आयुष्य  केरकेर लेयवाळ छो सहारा शूरवीर वेताणी आयुष्य जगो वतान चलगो लाखा बंजारा (2) लालचे माई तम कनाई मत गमावो सोतारो मान वैरागी परशुराम बापू केगो  समजान दीनो भाया वोमाई…

Read More

सभी देशवासियों को नवरात्रि की ढेरसारी शुभकामनाएं: गोर कैलास डी राठोड 

आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं. शारदीय नवरात्रि का शुभ मुहूर्त इस साल 21 सितंबर से शुरू हो रहा है.नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-उपासना बहुत ही विधि-विधान से की जाती है. पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां…

Read More

​”लबाड़ नारीया”  कवि:  सुरेश राठोड़, 

!!लबाड़ नारीया!! एक वेत्तो नारायण ओरो, नाम लबाड़ नारीया.! हाटेन जावं,हातेमाई , ठालो-पालो झोरीया ……!!१!!            लबाड़-सबाड़ बोलताणी ,      झोरीया भरन लावं .!      काम-धंदो छेनी माटी ,      मस्त फरन खावं………!!२!! परभातीती सांजेतांणू , करतोतो नकाम हादो .! सोतार पिसार तंबाखू बी , कनाजं कोनी खादो…..!!३!!…

Read More

आदलीको पीसू बा​ई,पालीको पीसू ये,गोरमाटी कविता युवा पीढ़ीरो कवि,लखनकुमार जाधव 

​*** आदलीको पीसू बा​ई,पालीको पीसू ये*** मोलेर छ चकेती,गोरमाटी तारी धाटी पेनार जमानेम जना,खायेसारू बाटी का भूलरोची तू,वाते ये गोरमाटी  कांयी घणे मोलेर,वेतीती वू घटी… चली आवचं घटी,बकम वरसेती आटो पीसं दादी-याडी,घणे वो हुसेती दणीया माईर पेल चकीती,वेगोची का छेटी कांयी घणे मोलेर,वेतीती वू घटी… (1) राम पोरेमाई जना,पीसा जावं आटो कुकडो बांग दीयं जना,सेज…

Read More

गोर बोलीरो विकास:गोर गणेरो विकास: भिमणीपुत्र 

गोरबोलीरो विकास : गोर गणेरो विकास जाहीर आभार…जाहीर आभार    ➖  भीमणीपुत्र,मोहन गणुजी नाईक 5 वो अ.भा.गोर बंजारा साहित्य संमेलन,मुंबई दि.13/14 जानेवारी 2018 न महाराष्ट्रेर राजधानी मुंबईनं संपन्न वेयेवाळे छ. ऑ.इं.बं.से.संघे सामुती आयोजित 5 वो अ.भा.गोर बंजारा साहित्य संमेलन मुंबईरो मार संमेलनाध्यक्ष करन नियुक्तीरो पत्र मन आज साहित्य संमेलन संयोजन समिती सामूती पत्र. जा.क्र.09 दि,18…

Read More

गोरमाटी युवा पीढ़ीरो कवि,लखन जाधव येंदुर कविता “नवलेरी”

*****  नवलेरी  ***** वीया वेयेर बाद जको नवे नवे नाता छोरी लेलेती नव मीना तोणी वू  घरेम नवलेरी वेतीती …(1) बोडी रेयेनी नव वजी बोडी वेयेनी जून बोडी रछं बोडीज ई तो नवो वीया वेयेर खूण … (2) नव(9) नाता देका कतो देवर,जेट,जटाणी धणीं,सासू,ससरो वजी नणद,नणदोयी,दरवाणी … (3) नवण करं,पगे दाबं पेले सेवा करती नवलेरी …

Read More