सांसद श्री. उमेश जाधव (Dr Umesh Jadhav, MP) साहेब आप पर समाज को गर्व है, आपको भी समाज पर गर्व होना चाहिये। जिस समाज ने आपको संसद में भेजा है। उनका सम्मान होना चाहिए, शपथ ग्रहण में आपने कंवल पट्टा पहनकर बंजारा संस्कृति दिखाने के लिए हमे आप पर गर्व है । शपथ ग्रहण में कुछ सांसद अपनी भाषा मे शपथ ग्रहण कर रहे थे। अगर आप भी बंजारा भाषा में शपथ ग्रहण करते तो आप बंजारा समाज में आपका इतिहास बन सकता था, जो बंजारा भाषा में संसद में शपथ ग्रहण करने वाले प्रथम बंजारा सांसद बन जाते। भारत की संसद में भी यह एक इतिहास बन सकता था, जो प्रथम किसी व्यक्ति ने इस भाषा मे सपथ ली है। पर आपने नही किया ? शपथ ग्रहण बाद कुछ सांसद अपनी संस्कृति और अपने महापुरषो का जय घोष किये । आपने जय सेवालाल और बाबा लक्षिशाह बंजाराजी का जय घोष तक नही किया ? अगर आपने यह किया होता तो देश की करोड़ों जनता यह लाइव देख रही थी, सभी 542 सांसदो और करोड़ों भारत की जनता को अच्छा संदेश जा सकता था। सबसे अधिक बंजारा समाज आप पर गर्व करता ।
संसद में जय *सेवालाल का प्रथम नारा* देने वाले *श्री हरिभाऊ राठोड जी* के बाद आप दुसरे नेता हो सकते थे।
गोविंद राठोड़ (Govind Rathod)
सामाजिक कार्यकर्ता, मुम्बई